14 मार्च 2025 को खग्रास चंद्रग्रहण, भारत में नहीं होगा दृश्य

14 मार्च 2025 को खग्रास चंद्रग्रहण, भारत में नहीं होगा दृश्य

सिरोही। फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा, शुक्रवार 14 मार्च 2025 को खग्रास चंद्रग्रहण लगेगा। ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञ आचार्य प्रदीप कुमार दवे ने बताया कि यह खगोलीय घटना भारत में दृश्य नहीं होगी, अतः भारत में इससे संबंधित सूतक काल और धार्मिक नियम लागू नहीं होंगे

ग्रहण का समय (भारतीय समयानुसार)

  • विरल छाया प्रवेश: प्रातः 09:27
  • स्पर्श (ग्रहण की शुरुआत): प्रातः 10:40
  • ग्रहण मध्य: दोपहर 12:29
  • मोक्ष (ग्रहण समाप्ति): दोपहर 02:18

इन देशों में दिखेगा चंद्रग्रहण

यह चंद्रग्रहण भारत में भले ही अदृश्य रहेगा, लेकिन इसे उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, अंटार्कटिका, मध्य पूर्वी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी रूस, जापान, कोरिया, ग्रीनलैंड, अफ्रीका, स्वीडन, डेनमार्क, नॉर्वे, जर्मनी, इटली और पोलैंड के आकाश में साफ देखा जा सकेगा।

क्या होता है चंद्रग्रहण?

चंद्रग्रहण तब होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है और पृथ्वी की छाया चंद्रमा को ढक लेती है, जिससे सूर्य की रोशनी चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती।

खग्रास और खंडग्रास चंद्रग्रहण में अंतर

  • खंडग्रास चंद्रग्रहण: जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा के कुछ हिस्से को ही ढकती है।
  • खग्रास चंद्रग्रहण: जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा को पूरी तरह ढक लेती है।

इस साल का यह चंद्रग्रहण वैज्ञानिकों और खगोल प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। हालांकि, भारत में यह दृश्य नहीं होगा, इसलिए धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से इसका कोई प्रभाव नहीं माना जाएगा।



Post a Comment

Previous Post Next Post