आखातीज 30 अप्रैल को, विवाह हेतु श्रेष्ठ मुहूर्त—विदाई नहीं होगी बुधवार को
—ज्योतिषाचार्य प्रदीपकुमार दवे
सिरोही। वैशाख शुक्ल तृतीया, जिसे आखातीज या अक्षय तृतीया कहा जाता है, इस वर्ष बुधवार, 30 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी। यह दिन वैदिक पंचांग के अनुसार अबूझ मुहूर्त्त माना जाता है, यानी बिना पंचांग देखे किसी भी मांगलिक कार्य के लिए अत्यंत शुभ।
ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञ आचार्य प्रदीपकुमार दवे ने बताया कि आखातीज पर सूर्य मेष राशि में और चन्द्रमा वृषभ राशि में उच्च के होते हैं, जिससे यह दिन दोष रहित माना जाता है। इस दिन गुरु और शुक्र अस्त होने जैसी बाधाएं भी प्रभाव नहीं डालतीं, जिससे यह दिन हर दृष्टि से उत्तम रहता है।
उन्होंने कहा कि हालांकि दिन बुधवार होने से बिटिया की विदाई नहीं की जाती, लेकिन विवाह सम्पन्न किया जा सकता है। विदाई गुरुवार को हो तो और भी श्रेष्ठ माना गया है।
आखातीज को किये गए सभी पुण्य व मांगलिक कार्य अक्षय फलदायी होते हैं। विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश, नए व्यापार या संपत्ति क्रय जैसे कार्यों के लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ होता है।
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आचार्य प्रदीपकुमार दवे
ज्योतिष एवं वास्तुविद्, सिरोही
मो. 94142-91287