मोरस में 20 माइक्रोन्स लिमिटेड की केल्साइट खनन परियोजना पर उबाल, ग्रामीणों ने जनसुनवाई का किया बहिष्कार

मोरस में 20 माइक्रोन्स लिमिटेड की केल्साइट खनन परियोजना पर उबाल, ग्रामीणों ने जनसुनवाई का किया बहिष्कार

मोरस ग्राम पंचायत क्षेत्र में मेसर्स 20 माइक्रोन्स लिमिटेड की प्रस्तावित केल्साइट खनन परियोजना को लेकर विवाद तेज हो गया है। शुक्रवार को पंचायत भवन मोरस में आयोजित पर्यावरणीय जनसुनवाई में एक भी ग्रामीण शामिल नहीं हुआ। पंचायत भवन के बाहर काले झंडे लेकर खड़े ग्रामीणों ने परियोजना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जनसुनवाई शुरू ही नहीं होने दी।

49.25 हेक्टेयर भूमि पर प्रस्तावित इस परियोजना के विरोध में ग्रामीणों की एकजुटता साफ दिखाई दी। आदिवासी समाज और स्थानीय लोगों ने इसे “विनाशकारी परियोजना” बताते हुए कहा कि इससे पर्यावरण असंतुलित होगा, जल स्रोतों पर विपरीत असर पड़ेगा, जैव विविधता नष्ट होगी तथा आसपास के सांस्कृतिक व धार्मिक स्थलों को भी खतरा पैदा होगा।

ग्रामीणों ने एसडीएम नरेंद्र जांगिड़ को सामूहिक लिखित आपत्ति पत्र सौंपते हुए परियोजना को तत्काल निरस्त करने की मांग की। जनसुनवाई के दौरान पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा, लेकिन ग्रामीणों के तीव्र विरोध के चलते प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी।

महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों की बड़ी संख्या विरोध में उतरी। काले झंडे लहराते हुए लोगों ने पोस्टर जलाए और कंपनी व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जोरदार नारे लगाए। ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है—
“भूमि, जल, जंगल और संस्कृति बचानी है, इसलिए किसी भी कीमत पर खनन परियोजना मंजूर नहीं होगी।”

क्षेत्र में यह विरोध लगातार तेज होता जा रहा है और ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि भविष्य में भी वे संघर्ष जारी रखेंगे।



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